आज हम छोटे छोटे बीमारी के लिए दवाई का इस्तेमाल करते हैं लेकिन कभी कभी ये बीमारी छूटने के वजह और बढ़ जाती है जैसे कि धरण का देसी इलाज के वदले में न जाने हम कितने तरीके दवाई कहते है लेकिन हमें फिर भी हमे राहत नही मिलते है लेकिन अब आपको घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि इन्हें ठीक करने के लिए आपको कही जाने की जरूरत भी नही पड़ेगी इसे आप अपने से ही ठीक कर पाएंगे।
क्या आप धरण का देसी इलाज की तलाश में हैं?
तो आप सही जगह पर आए हैं यहाँ आपको यकीन दिलाता हूं कि आप इससे सदा के लिए छुटकारा पा सकते हैं और कि मैंने आपको बताया कि इसे आप खुद से कर सकते हैं।इसके साथ ही हम जानेंगे धरन क्या है ,धरण के लक्षण ,और नाभि खिसकने के कारण और इसके रोचक जानकारी जो इससे बड़ी आसानी से ठीक कर सकते हैं।
अगर आप धरण या नाभि से खिसकने जैसे समस्या से छुटकारा पाने की सोच रहे हैं तो आपको इस लेख को सही से पढ़ना है और अगर आपके पास समय नही है तो जब समय मिले तभी पढ़े। तो चलिए इसे विस्तार से जानते हैं……
Contents
धरण क्या है
धरण को अपने भाषा में हम नाभि का खिसकना कहते हैं जिसका अर्थ होता है की हमारे नाभि के चारो ओर पाए जाने वाले नसों का खिसकना है। इससे हमे काफी समस्या का सामना करना पड़ता है जिसे हम तो कभी कभी दवाई से भी नही चुरा पाते हैं। इसके लिए हमे घरेलू नुस्खे का प्रयोग करना ही पड़ता है। जिसे आगे विस्तार से जानने वाले हैं।
धरण के लक्षण
अब आपको ये पता होना बेहद जरूरी है कि आपको धरण की समस्या है कि नही क्योकि इसके लिए आपको इसके जो कुछ लक्षण जोटा है उसे जानने की बेहद जरूरी है कि किस साइड की नाभि खिसकने हमे ज्यादा दिक्कत या कहिए कौन सी बीमारी आपको देखने को मिलता है।
सबसे पहले अगर आपका
नाभि उपर खिसकने के लक्षण
नाभि के ऊपर की ओर खिसकने पर घबराहट, उल्टी, कब्ज, जी मिचलाना शुरू हो जाता है।
नाभि के नीचे की ओर खिसकने से दस्त, स्वप्न दोष और पाचनतंत्र में गड़बड़ी होती है।
नाभि आगे-पीछे खिसकने से पेट में दर्द होना शुरू हो जाता है।
नाभि का बाएं कुल्हे की तरफ खिसकने से शरीर के दाएं भाग में समस्याएं उत्पन्न होती है। बाई तरफ नाभि खिसकने से किडनी में कठोरता और आंतों में दर्द होने लगता है।
महिलाओं में धरण के लक्षण
महिलाओं में नाभि खिसकने की वजह से कई तरह की परेशानियां शुरू हो जाती है, जिसमें गर्भाशय से सम्बंधित परेशानी और मासिक धर्म का अनियमित होना शामिल है। इसमें पेट के निचले हिस्से से पीठ के निचले हिस्से और जांघों में दर्द होता है।
धरण के कारण
- खेलना
- सीढ़ियां चढ़ना
- दौड़ना
- ज्यादा भार उठाना
- अचानक मुड़ना या झुकना
- अत्यधिक मसालेदार भोजन करना भावनात्मक या मानसिक चिंता
- कुछ यौन गतिविधियां
नाभि खिसकने की जाँच कैसे करें
आपको यदि धरण या नाभि खिसकने की जांच करनी है तो आपको नीचे दिए गए तरीके को जरूर आजमाना चाहिए।
जाँच करने का तरीका- नाभि खिसकने की जांच के लिए आपको नीचे जमीन पर पीठ के बल सीधा लेटना होता है। इसके बाद किसी अन्य व्यक्ति की सहायता से एक रस्सी की मदद से आपकी नाभि से पैरों के अंगूठे तक की दूरी को नापा जाता है।
इस प्रक्रिया में रस्सी का एक छोर नाभि पर तो दूसरा छोर पैर के अंगूठे पर ले जाया जाता है। इसी तरह से नाभि और दूसरे पैर के अंगूठे की दूरी को भी नापा जाता है। यदि नाभि से दोनों पैरों के अंगूठों की दूरी में अंतर आता है, तो यह नाभि डिगने की ओर संकेत करता है।
धरण का देसी इलाज
इसे हम निम्न तरीके से हम घर पर वो भी अपने से ही ठीक कर सकते हैं जिसमे पहला है आप इस वीडियो के माध्यम से समझिए
धरण कैसे ठीक किया जाता है?
मालिश से राहत
नाभि खिसकने पर घर के बुजुर्गों द्वारा इसको ठीक करने के लिए मालिश का सुझाव सबसे पहले दिया जाता है। कुछ लोगों को नाभि पर मालिश करके इसको सही जगह पर लाने का तरीका मालूम होता है।
नाभि खिसकने पर मसाज या मालिश करने से यह समस्या ठीक हो जाती है, परंतु यह मसाज किसी विशेषज्ञ द्वारा ही करवानी चाहिए, नहीं तो आपको अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।